प्रो. रसाल सिंह
प्रोफेसर और अध्यक्ष के रूप में हिंदी एवं अन्य भारतीय भाषा विभाग, जम्मू केंद्रीय विश्वविद्यालय में कार्यरत हैं। साथ ही, विश्वविद्यालय के अधिष्ठाता, छात्र कल्याण का भी दायित्व निर्वहन कर रहे हैं। इससे पहले दिल्ली विश्वविद्यालय के किरोड़ीमल कॉलेज में पढ़ाते थे। दो कार्यावधि के लिए दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमिक परिषद के निर्वाचित सदस्य रहे हैं। विभिन्न पत्र-पत्रिकाओं में सामाजिक-राजनीतिक और साहित्यिक विषयों पर नियमित लेखन करते हैं। संपर्क-8800886847
घोर धार्मिक प्रताड़ना के कारण विस्थापित अल्पसंख्यकों को नागरिकता देना गलत कैसे? राजनीतिक कारणों से इसका विरोध करना अमानवीय और असंवैधानिक है।
16 March, 2024
PM मोदी का शासन-सूत्र रामराज्य का समसामयिक संस्करण है। उनके शासन का ध्येय-मंत्र 'सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास, और सबका प्रयास' है।
25 January, 2024
राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 के तहत CBCS और LOCF प्रणाली छात्रों को अपने पसंदीदा पाठ्यक्रम चुनने और बुनने की स्वतंत्रता प्रदान करती है।
28 November, 2023
चुनावी बॉन्ड का जारीकर्ता SBI है, जो एक सरकारी बैंक है। इससे सरकार द्वारा विपक्षी दलों को चंदा देने वाले दानकर्ता की पहचान की ट्रैकिंग की आशंका बनी रहती है…
16 November, 2023
इस औपनिवेशिक तंत्र में आमूलचूल परिवर्तन करते हुए उसे भारत केंद्रित बनाने और उसके भारतीयकरण पर जोर दिया जा रहा है। भारतीय ज्ञान परंपरा का पुनराविष्कार और प्रतिष्ठा राष्ट्रीय शिक्षा नीति…
27 September, 2023
अमेरिका, चीन जैसे देशों का उदाहरण हमारे सामने। राष्ट्रीय अनुसंधान फाउंडेशन हमें इनको टक्कर देने वाली विश्व महाशक्ति बनाने में मददगार होगी।
15 September, 2023
1977 में हुए चुनावों में आपातकाल के खिलाफ लोगों के आक्रोश की अभिव्यक्ति हुई। इंदिरा गाँधी के नेतृत्व वाली कॉन्ग्रेस को करारी हार मिली।
25 June, 2023
शिवाजी महाराज ने 'हिंदवी स्वराज्य' की स्थापना की। सभी हिंदुओं की एकता को प्रोत्साहित किया और 'सनातन धर्म' का प्रचार किया।
6 June, 2023